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चाँद धरती से कितना दूर है | Chand Dharti Se Kitna Dur Hai

चंद्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह है और चंद्रमा एक प्राकृतिक उपग्रह है चाँद धरती से 384,403 किलोमीटर दूर है। पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 384,403 किलोमीटर है यह भी कह सकते हैं

Chand Dharti Se Kitna Dur Hai

आपके मन में यह सवाल कभी ना कभी जरूर आया होगा और जानने की इच्छा होगी की आखिर चाँद धरती से कितना दूर है? तो इस आर्टिकल पोस्ट में जानेंगे की चाँद धरती से कितना दूर है? इसके अलावा चांद पर कौन – कौन गया हैं, चांद पर पहला कदम किसने रखा है, चांद पर जाने में कितना समय लगता है , चांद कितना बड़ा है, चांद का जन्म कब हुआ, चांद के अंदर क्या है, चांद का तापमान कितना है, पृथ्वी और चंद्रमा में कौन बड़ा है, चांद पर दाग क्यों है, चांद पर कैसे जा सकते हैं, चांद का पर्यायवाची शब्द, तो कुल मिलाकर चांद के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी बताने वाले हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े ताकि आपको भी चांद के बारे में सभी जानकारी प्राप्त हो सके।

चाँद धरती से कितना दूर है?

चाँद धरती से कितना दूर है यह जानने से पहले हम यह जानते हैं। कि चंद्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह है और चंद्रमा एक प्राकृतिक उपग्रह है। जो कि पूरे सौरमंडल में पांचवा सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह है। चंद्रमा एक क्रिकेट खेले जाने वाले बॉल के समान गोल है जिसमें कहीं-कहीं गड्ढे पाए जाते हैं जो हमें पृथ्वी से दाग के सम्मान दिखते हैं। अचंभव की बात तो यह है कि रात के समय में जो चांद इतना चमकदार दिखता है उसके पास अपना खुद का प्रकाश नहीं है। बल्कि चाँद खुद सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता हैचाँद धरती से 384,403 किलोमीटर दूर हैपृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 384,403 किलोमीटर है यह भी कह सकते हैं।

चंद्रमा और पृथ्वी की दूरी पृथ्वी के व्यास का 30 गुना है। चंद्रमा और पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण की तुलना की जाए तो चंद्रमा पर गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी से 1/6 हैचंद्रमा पृथ्वी की पूरी परिक्रमा 27.3 दिनों में पूरा करता है। और चंद्रमा अपने अक्ष का चारों और एक चक्कर पूरा करने में भी 27.3 दिन ही लगाता है। इसलिए चंद्रमा का एक भाग (Same Face) ही पृथ्वी से नजर आता है। एक पूर्ण चंद्रमा से दूसरे पूर्ण चंद्रमा के बीच 29.5 दिन का समय लगता है। एक महीने के अलग-अलग दिनों में चंद्रमा की आकृति अलग अलग दिखाई देती है। इसका मुख्य कारण चंद्रमा तथा पृथ्वी का हमेशा बदलता स्थान है। चंद्रमा के इस बदलते स्वरूप को चंद्रकलाएं कहते हैं

चंद्रमा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

द्रव्यमान 0.073 द्रव्यमान (10²⁴)
व्यास3475 किमी.
घनत्व3340 किग्रा/मी³
गुरुत्व1.6 मी/से²
पलायन वेग2.4 किमी.
घूर्णन समय655.7 घंटे
दिन की अवधि708.7 घंटे
सूर्य से दूरी0.384(10⁶ किमी.)
कक्षीय समय27.3 दिन
कक्षीय वेग1.0 किमी.से
कक्षीय झुकाव5.1
मध्य तापमान– 20 से.
उपग्रहों की संख्या0
वलय तंत्रनहीं
किस ग्रह का उपग्रह है पृथ्वी
चंद्रमा

चांद पर पहला कदम किसने रखा?

कुछ लोग यह भी जानना चाहते हैं की चांद पर पहला कदम रखने वाले कौन हैचांद पर पहला कदम नील इल्डन आर्मस्ट्रांग ने रखा था। नील आर्मस्ट्रांग ने 20 जुलाई 1969 को मिशन अपोलो 11 के तहत लूनर मॉड्यूल ईगल से चांद पर अपना पहला कदम रखा था नील आर्मस्ट्रांग के साथ बज एल्ड्रिन थे जो चांद पर उतरने वाले दूसरे व्यक्ति बने। नील आर्मस्ट्रांग अमेरिकी खोलयात्री और चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति थे। नील आर्मस्ट्रांग का जन्म 5 अगस्त 1930 को ओहायो अमेरिका में हुआ था। नील आर्मस्ट्रांग ने 82 वर्ष की उम्र में सिनसिनाती ओहायो में 25 अगस्त 2012 को बाईपास सर्जरी के बाद अंतिम सांस ली। यह दिन अमेरिका के लिए और पूरे विश्व के लिए निराशा वाला दिन था।

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चांद पर कौन कौन गया है?

चांद पर जाना वैज्ञानिक दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा मसला था लेकिन अमेरिका के द्वारा अपोलो 11 मिशन के तहत लूनर मॉड्यूल ईगल से 20 जुलाई 1969 को चांद पर पहला कदम नील आर्मस्ट्रांग ने रखा था। इसके बाद उनके साथ ही गए उनके साथी बज़ एल्ड्रिन ने नील आर्मस्ट्रांग के बाद चंद्रमा पर कदम रखने वाले दूसरे व्यक्ति थे। अभी तक पूरे विश्व में केवल 12 लोग ही चंद्रमा पर जा चुके हैं जो कि सभी के सभी अमेरिकी थें चंद्रमा पर कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो दूसरा बार गया हो एक व्यक्ति एक बार से अधिक चंद्रमा पर नहीं गया है। चांद पर कौन कौन गया है सभी का लिस्ट नीचे दिया गया है।

Chand Par Kon Kon Gaya Hai

क्र. संख्याजाने वाले व्यक्ति का नाममिशन का वर्षस्पेस फ्लाइट का नाम
1 नील आर्मस्ट्रांग20 जुलाई 1969 अपोलो 11
2 बज़ एल्ड्रिन20 जुलाई 1969 अपोलो 11
3 पीट कॉनराड1969 अपोलो 12
4 एलन बीन1969 अपोलो 12
5 एलन शेपर्डफरवरी 1971 अपोलो 14
6 एडगर मिशेलफरवरी 1971 अपोलो 14
7 डेविड स्कॉटअगस्त 1971 अपोलो 15
8 जेम्स इरविनअगस्त 1971 अपोलो 15
9 जॉन यंग1972 अपोलो 16
10 चार्ल्स ड्यूक1972अपोलो 16
11 जैक श्मिटदिसंबर 1972 अपोलो 17
12 जीन सर्ननदिसंबर 1972 अपोलो 17
चांद पर कौन कौन गया है

चांद पर जाने में कितना समय लगता है?

वैसे तो चांद पर सभी लोग नहीं जा सकते हैं लेकिन कुछ लोग जा सकते हैं लेकिन चांद पर जाने में कितना समय लगता है यह उस विमान के गति पर निर्भर करता है जिसके साथ हम यात्रा कर रह हैं। चांद की धरती से दूरी 384,403 किलोमीटर है एक अंतरिक्ष यान को चंद्रमा तक पहुंचने में 3 से 4 दिन लग सकते हैं। लेकिन अगर विमान की गति ज्यादा कम है तो 1 महीने से अधिक समय भी लग सकते हैं। सोवियत संघ ने चांद पर अपना मिशन लूना 2 भेजा था जो महज 43 घंटों में ही चांद पर पहुंच गया था। वहीं भारत का चंद्रयान 2 को पहुंचने में 5 दिन लगे थे लेकिन कक्षा में स्थापित करने में 15 दिनों का समय लगा था।

चांद कितना बड़ा है?

अब चांद कितना बड़ा है यह जानने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि आप चांद की तुलना किससे कर रहे हैं। अगर हम चांद को पृथ्वी से तुलना करें तो चांद पृथ्वी की तुलना में एक चौथाई छोटा है यानी कि चांद पृथ्वी से काफी छोटा है। चांद की ध्रुव त्रिज्या है वह 1736 किलोमीटर यानी कि 1078 मिल है। अगर चांद को ध्रुवीय त्रिज्या के अनुसार देखा जाए तो 3472 किलोमीटर बड़ा है। अर्थात चांद 2156 मिल बड़ा है। जहां पृथ्वी का द्रव्यमान 5.972 (10²⁴) किलोग्राम है वहीं चंद्रमा का द्रव्यमान 0.73477 (10²⁴) किलोग्राम है। कुल मिलाकर चंद्रमा का वजन पृथ्वी से लगभग 81 गुना कम है। पृथ्वी और चंद्रमा में बड़ा कौन है यह बात साफ है कि पृथ्वी चंद्रमा से 81 गुना बड़ा है

चांद का जन्म कब हुआ था?

चन्द्रमा यानि की चांद का जन्म कब हुआ था इसकी पुष्टि अभी तक साफ साफ नहीं हुआ है लेकिन खगोल विद के द्वारा पहले माना जा रहा था कि चांद का जन्म खगोलीय टक्कर के होने से हुआ था। लेकिन एक समय ऐसा भी आया कि कुछ खगोल विद का कहना खाकी ऐसी कोई टक्कर नहीं हुई है लेकिन वर्ष 1980 के आसपास इस सिद्धांत की स्वीकृति दी गई थी। 4.5 बिलियन वर्ष पहले पृथ्वी और थिया (एक ग्रह) के बीच एक टक्कर हुई जिससे चंद्रमा की उत्पत्ति हुई। यह भी माना जाता है कि धरती और सिया एक दूसरे में समाहित हो गए और चांद का जन्म हुआ। यह अध्ययन 1 साइंस पत्रिका में प्रकाशित हुआ था यह कोई नया सिद्धांत नहीं है इससे पहले भी माना जा रहा था कि चांद की उत्पत्ति खगोलीय टक्कर से ही हुई है

चांद के अंदर क्या है?

चंद्रमा गोल है यह तो सब कोई जानते हैं लेकिन चांद के अंदर क्या है यह बहुत कम लोग ही जानते हैं चंद्रमा गोलाकार का है लेकिन चंद्रमा पर उबड़ खाबड़ सतह पाया जाता है। चंद्रमा पर स्थिर और हल्का वायुमंडल होने की संभावना व्यक्त की जाती है। चंद्रमा पर ठोस रूप में पानी भी मौजूद होने की सबूत मिले हैं। हालांकि वैज्ञानिकों के अनुसार चंद्रमा को वायुमंडल विहीन उपग्रह बताया गया है कि चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं है। नासा के LEDEE प्रोजेक्ट के अनुसार चंद्रमा हिलियम नियॉन और आर्गन गैसों से बना हुआ माना जाता है। चंद्रमा का वातावरण एकदम शांत है लेकिन तापमान कम ज्यादा होते रहते हैं।

चांद का तापमान कितना होता है?

सूर्य से चंद्रमा की दूरी लगभग 150 million किलोमीटर के आसपास है चंद्रमा पर 1 दिन पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। चंद्रमा पर रात भी 14 दिनों के बराबर ही होता है। चंद्रमा पर पृथ्वी के तापमान से बिल्कुल अलग तापमान है क्योंकि चांद पर दिन और रात के तापमान में काफी अंतर माना जाता है। बहुत सारे वैज्ञानिकों के द्वारा यह माना जाता है कि चंद्रमा पर दिन के दौरान अत्याधिक तापमान 125 डिग्री से 130 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है

जबकि चंद्रमा पर रात का तापमान 0 डिग्री से 150 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है। क्योंकि वायु ऊष्मा की कुचालक है इसलिए वायुमंडल दिन के उजाले के समय तापमान में अचानक वृद्धि को रोकता है। और रात के दौरान यह बाहरी अंतरिक्ष की गर्मी के पलायन को धीमा कर देता है इसीलिए चंद्रमा पर रात और दिन में तापमान में काफी बदलाव देखने को मिलता है।

चांद पर दाग क्यों है?

आखिर चांद पर दाग क्यों है यह जानने के लिए लोगों में काफी दिलचस्पी रहती है लोग अभी तक यह नहीं जानते हैं कि चांद पर दाग क्यों है। चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं होने की वजह से अक्सर उल्का पिंडों की आपस में टक्कर होती रहती है और वह चांद पर गिरती है जिसके वजह से बड़ा से लेकर छोटा क्रिएटर बनते हैं। यही क्रिकेटर पृथ्वी से काले धब्बे या दाग की तरह दिखते हैं। क्रेटर से तात्पर्य यह है कि उल्का पिंड के गिरने से बड़ा सा स्थान जो धंस जाए या गढ़ानुमा (गढ़ा) बन जाता है उसे क्रेटर कहते हैं।

चांद पर जमीन किसने खरीदी?

आपने अभी तक धरती पर जमीन खरीदी होगी या बेची होगी लेकिन आपने चांद पर जमीन किसने खरीदी और चांद पर जमीन कैसे खरीदें यह नहीं जानते होंगे यह बिल्कुल सत्य है कि चांद पर कुछ लोगों ने जमीन खरीद रखी है। वैसे तो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून के आधार पर चांद पर जमीन खरीदना कानूनी तौर पर मान्यता प्राप्त नहीं है। लेकिन कुछ कंपनियों का दावा है कि कानून देशों का अधिकार जताने से रोकती है ना कि नागरिकों को।

इसलिए कोई भी व्यक्ति कानूनी रूप से चांद पर जमीन खरीद सकता है। सन 2002 में हैदराबाद के राजीव बागड़ी ने चांद पर जमीन खरीदा था वहीं 2006 में बेंगलुरु के ललित मोहन ने भी चांद पर जमीन खरीदा था। आपने यह भी सुना होगा की बॉलीवुड के प्रसिद्ध एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने भी 2018 में चांद पर प्लाट खरीद रखा था। वहीं पर इस्लामपुर के ओमप्रकाश जांगिड़ ने 14 एकड़ चांद पर जमीन खरीदी है

चांद पर जमीन कैसे खरीदें?

यह तो जान लिया कि चांद पर जमीन खरीदा जा सकता है लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि आखिर चांद पर जमीन कैसे खरीद सकते हैं। अगर आप कुछ चांद पर जमीन खरीदना है तो सबसे पहले आपको Luna society International और International lunar land registry कंपनी के वेबसाइट पर जाना पड़ेगा यह कंपनियां चांद पर जमीन बेचा करती है इन कंपनियों के द्वारा ही बहुत सारे भारतीय लोगों ने चांद पर अपना जमीन खरीद रखा है। लोगों का मानना है कि आज नहीं तो कल चांद पर जीवन का बस लगता है इसलिए लोग चांद पर जमीन खरीद रहा है कि क्या लगता है कि आगे चलकर भविष्य में चांदपुर जमीन की कीमत कई गुना बढ़ जाएगी। चांद पर 1 एकड़ जमीन के लिए 140 यूएस डॉलर (लगभग ₹7000) राजीव बागड़ी ने दिए थे।

अगर आपको चांद पर जमीन खरीदना है तो सबसे पहले आपको Lunarregistry.com वेबसाइट पर जाना पड़ेगा और वहां जाने के बाद आप अपने पसंदीदा स्थान को चुनकर अपने details को फील करके प्लेस ऑर्डर पर क्लिक करके पेमेंट करके चांद पर जमीन खरीद सकते हैं आपको 2 से 3 दिनों के अंदर ईमेल के द्वारा नहीं तो पोस्ट के द्वारा 1 महीने के अंदर आपके पत्ते पर आ जाएगी।

चांद का पर्यायवाची शब्द

चंद्रमा, तारापति, अर्धचन्द्राकार, हिमकर, हिमांशु, सुधांशु, सितांशु, छायांक, रोहिणीपति, कलानिधि, चंद्र, इंदु,

कुमुदिनीपति, कौमुदीपति, तारानाथ, रजनीश, तुषाररश्मि, सुधाकर, ग्रहराज, रजनीपति, मृगांक, तारकेश, कलाधर,

नक्षत्रेष, तुषारांशु, मृगलांछन, शशधर, चंदा, क्षपाकर, नक्षत्रनाथ, रात्रि-कार, विभाकर, ताराधीश, राकेश, सुधाधर,

निशिनाथ, उदधिसुत, कुमुदबंधु, निशापति, सिंधुजन्मा, माहताब, मेहताब, अमृतांशु, श्वेताश्व, दोषाकर, औषधिपति,

सारंग ,दोषाकर, अमृतरश्मि, शशांक, क्षपानाथ, सुधारश्मि, द्विज, उडुपति, विधु, शीतांशु, अमृतकर, अमीकर, अब्धिज, निशाकर, मयंक, तमोहर, सोम, निशाकांत, तारकेश्वर, शशि, ओषधीश, उडुराज, निशानाथ, शशि, सोम,

People also ask Question About Moon

Q, चांद पर जाने में कितना समय लगता है?
– चांद पर जाने में 3 से 4 दिन लगते हैं

Q, चन्द्रमा क्या है?
– उपग्रह

Q. चन्द्रमा प्राकृतिक उपग्रह है या कृत्रिम?
– प्राकृतिक

Q. चन्द्रमा की परिधि कितनी है?
– 10,921 किलो मीटर

Q. चन्द्रमा किसका प्राकृतिक उपग्रह है?
– पृथ्वी का

Q. आज तक कुल कितने लोगों ने चन्द्रमा पर कदम रखे हैं?
– 12 लोगों ने

Q. चन्द्रमा को अंग्रेजी में क्या कहा जाता है?
– मून (Moon)

Q. चन्द्रमा पृथ्वी से कितनी दूर है?
– 3,84,403 (तीन लाख चौरासी हज़ार चार सौ) किलो मीटर

Q. चन्द्रमा पृथ्वी से कितने गुना हल्का है?
– 81 गुना

Q. चन्द्रमा पर कदम रखने वाला पहला व्यक्ति कौन था?
– नील आर्मस्ट्रांग

Q. चन्द्रमा का प्रकाश पृथ्वी तक पहुँचने में कितना समय लेता है?
– 1.3 सेकंड

Q. चन्द्रमा का व्यास कितना है?
– 3,475 किलो मीटर

Q. चन्द्रमा कितने दिनों में पृथ्वी का एक चक्र पूरा करता है?
– 27.3 दिनों में

Q. चन्द्रमा एक वर्ष में पृथ्वी के कितने चक्कर काट लेता है?
– 13 चक्कर

Q. चन्द्रमा का निर्माण कब हुआ था?
– आज से 4.5 अरब वर्ष पहले

Q. अपोलो-11 चन्द्रमा के धरातल पर कब उतरा था?
– 1969 में

FAQ :

Q सबसे पहला चन्द्रमा के धरातल पर उतरा मानव अंतरिक्ष यान कौन सा था?
– अपोलो-11

Q. अपोलो-11 को चन्द्रमा पर किसने भेजा था?
– नासा ने

Q. चन्द्रमा का निर्माण कैसे हुआ?
– पृथ्वी तथा विशाल उल्का के टकराने से बिखरे मलबे से

Q. पृथ्वी और चन्द्रमा के बीच की दूरी पृथ्वी की परिधि से कितने गुना अधिक है?
– 30 गुना

Q. चन्द्रमा का एक दिन कितना बड़ा होता है?
– 27.3 दिनों का

Q हम चन्द्रमा के धरातल का कितने प्रतिशत भाग देख सकते हैं?
– 59%

Q आकार के आधार पर चन्द्रमा सौरमण्डल के सभी उपग्रहों की तुलना में कौन सा स्थान रखता है?
– पाँचवा

Q. चन्द्रमा का वह भाग जो सदैव छुपा रहता है तथा जिसे हम कभी देख नही पाते को क्या कहा जाता है?
– काला भाग

Q. सबसे पहला मानव रहित अंतरिक्ष यान चन्द्रमा के धरातल पर कब उतारा गया था?
– 1966 में

Q. सबसे पहला मानव रहित अंतरिक्ष यान चन्द्रमा पर किसने उतारा था?
– सोवियत यूनियन ने

Q सबसे पहला मानव रहित अंतरिक्ष यान जो चन्द्रमा के धरातल पर उतरा था का क्या नाम था?
– लूना 2

Q. चन्द्रमा पर स्थित सबसे बड़े पर्वत का क्या नाम है?
– मोन्स ह्यूजेन्स

Q. मोन्स ह्यूजेन्स की ऊँचाई कितनी है?
– 4700 मीटर

Q. चन्द्रमा पर कदम रखने वाली पहली महिला कौन थी?
– आज तक कोई महिला चन्द्रमा पर नही गई

Q चन्द्रमा पर दिन में औसतन तापमान कितना होता है?
– 107 डिग्री सेल्शियस

Q. चन्द्रमा पर रात में औसतन तापमान कितना होता है?
– 153 डिग्री सेल्शियस

Q. चन्द्रमा प्रत्येक वर्ष पृथ्वी से कितनी दूर हो जाता है?
– 3.8 सेंटी मीटर

Q यदि मनुष्य का वजन पृथ्वी पर 100 किलो ग्राम है तो चन्द्रमा पर यह वजन कितना होगा?
– 16.5 किलो ग्राम

Q चन्द्रमा अपने ऊपर पड़ने वाले कितने प्रतिशत प्रकाश को प्रतिबिंबित करता है जिस कारण हम रात के समय चन्द्रमा को देख पाते हैं?
– 3 से 12 प्रतिशत प्रकाश को

Conclusion

तो दोस्तों आशा करता हूं आपको चाँद धरती से कितना दूर है? के बारे में अच्छे से जानकारी मिल गई होगी अगर यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और यह पोस्ट पढ़ने के बाद आप भी चाँद के बारे में सभी महत्वपूर्ण बातें जान गए होंगे और भी अधिक जानकारी के लिए आप हमें कमेंट भी कर सकते हैं इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद All THE BEST जय हिंद जय भारत

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